आग की तरह फैला दो इस वीडियो को......
मोदी नाम पे कितना हल्ला ,
सावधान रहना तुम लल्ला ,
सेकुलर बैठे घात लगाए ,
इनसे बचके रहना लल्ला।
16 सितम्बर 2013
मोदी बनाम अडवाणी
मोदी के सर ताज है,अडवाणी कंगाल।
खुद का बोया काटते,काहे करें मलाल ?
काहे करें मलाल,बताया जिन्ना सेकुलर।
तिकड़म सब बेकार, रहे ना हिन्दू कट्टर।
अब काहे रिरियांय,फसल जो पहले बो दी।
कट्टरता का खेत, काटने आए मोदी।।
प्रस्तुतकर्ता संतोष त्रिवेदी
लेबल: अडवाणी, कुण्डलियाँ, भाजपा, मोदी
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएंआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज बुधवार (18-09-2013) प्रेम बुद्धि बल पाय, मूर्ख रविकर है माता -चर्चा मंच 1372 में "मयंक का कोना" पर भी है!
हिन्दी पखवाड़े की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
सुन्दर प्रस्तुति !!
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंdownloading sites के प्रीमियम अकाउंट के यूजर नाम और पासवर्ड