राह को चुना जाना-पथिकअनजाना---511वी
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दुनिया में किसी इंसान को जीवन राह बदलने के
वास्ते
कोई
देव या उपदेश सशर्त प्रभावित करते जिन्दगी को
शर्त जब उक्त इंसान की सही राह चलने की मंशा हो
राह को चुनना व चल पाना सब इंसा के कर्मों
के हाथ हैं
कर्म क्या हमारे हाथ में ?यही प्रश्न
इंसानों हेतू अमूल्य हैं
प्रत्येक विचार का औचित्य का सही निर्णय
कर्मरूप बनाता
उचित निर्णय हेतू निर्लोभी निश्छल सहिष्णुता व धैर्य हो
चार सफल इंसानी जीवन सूत्र गर तभी सुख शांति
पाईये
पथिक अनजाना
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