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मंगलवार, 8 अप्रैल 2014

दरिंदगी की बढ़ती घटनाओं पर कैसे लगे अंकुश?

6 अप्रैल 2014 रविवार को जब देश में वासंतिक नवरात्र के अष्टमी की धूम थी। देश भर में मातृशक्ति की पूजा और आराधना हो रही थी, उसी समय उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में कुछ दरिंदे एक किशोरी का अपनी हवस का शिकार बना रहे थे। लानत है कि ऐसे दरिंदों को सम्यक सजा नहीं मिल पा रही है। दरिंदों ने किशोरी को न केवल अपनी हवस का शिकार बनाया, बल्कि उसे जिंदा जलकार मार भी डाला। पूरी घटना को जानेंगे तो आप दांतो तले ऊंगली दबा लेंगे। इटावा जिले के ही रहने वाले अखिलेश यादव इस समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री है। जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार इटावा जिले के लवेदी थाना क्षेत्र के अन्तर्गत चन्द्रपुरा निहाल सिंह एक गांव है। इस गांव में एक विधवा अपनी बेटी और बेटे के साथ जीवन यापन करती है। रविवार को विधवा पड़ोसी के यहां आयोजित गोदभराई कार्यक्रम में हिस्सा लेने गयी थी। घर पर उसकी किशोरी बेटी और बेटा था। बेटा बकरी चराने चला गया। इस बीच किशोरी को अकेला पाकर पड़ोस का रहने वाल अरविन्द अपने साथियों के साथ किशोरी को जबरिया घसीट ले गया और कुछ दूर पर स्थित खेत में दरिंदों ने उसे हवस का शिकार बनाया और जिंदा जलाकर मार डाला। घटना का खुलासा तब हुआ जब विधवा घर लौटकर आयी। पुलिस ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली है और आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है। पर देश और समाज को कलंकित करने वाली इस तरह की घटनाओं पर कैसे अंकुश लगे, इस पर देश के जिम्मेदार लोगों को विचार करना होगा।

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