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गुरुवार, 23 जनवरी 2014

वे भूल जाती हैं ---पथिक अनजाना 463 पोस्ट




      वे भूल जाती हैं ---पथिक अनजाना  463 पोस्ट
     प्रकाश किरणों को जग में सम्मान यों ही नही मिलता
     जाति-भेद रंगरूप,धन-मान-निर्धनता सब समान हैं
     पिछले क्षण दिवस किसने क्या कहा वे भूल जाती हैं
     आडम्बरहीन , पर तपस व शीतलता दोनों बरसाती हैं
     नही क्यों सीख लेते हम बेजुबान जीवों व प्रकृति से हैं
     कुछ कदम में सीखने की बात अब निराधार बात हो गई
     ङोंगी जीवन, विचार,क्रियायें पर बुद्धि जाने कहाँ खो गई

     पथिक अनजाना

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