सामने
सिर झुकावेगा
जिन्हें
खुद पर यकीन नही वह भयभीत करते हैं
न
फंसों बातों में लोगों की खुदा कुछ नही करेगा
ध्यान
रखो तुम अहित नही किसी का कर रहे हो
सही
राह पर हो वो भी आ सामने सिर झुकावेगा
जरूरत
आत्मविश्वास, जरूरत न डगमगाने की
मजबूती
से थामे रहो गर राह कैसे कोई डरावेगा
फिक्र
न करो दुनियायी हश्र की राह खुदा बतावेगा
पथिक
अनजाना
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