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सोमवार, 27 जनवरी 2014

पहेली का हल ---पथिकअनजाना ४६७ वीं पोस्ट




    किस अंदाज से हम किस पहेली के हल को साबित करते हैं
हम अपने विवेक ज्ञान से हल खोज किसी तरह निकालेंगें
परीक्षक ने हल तमाम पहेलियों का निकाल सुरक्षित रखा हैं
कही ऐसी हस्ती नही जहाँ उस परीक्षक को चुनौती दी जावे
फैसला उसका अंतिम चाहे साबित करने का प्रयास कुछ करें
इंसा बेचारा हालातों का मारा जूझता रहता जीवन संग्राम में
विवशता की सीमा चाह नही विरूद्ध खुदा के कोई राह नही
खुदा जैसी कसौटी की सोच नही उसके निर्णय पर रोष नही
पथिकअनजाना    

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